मदर्स डे यानी मातृ दिवस हर साल मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। मां और बच्चों का रिश्ता इस दुनिया का सबसे खूबसूरत रिश्ता है जो बिना किसी शर्त बिना किसी उम्मीद के बेपन्हा प्यार से भरपूर होता है।
दोस्तों आज इस आर्टिकल में प्रेम और त्याग की मूर्ति मां पर महान लोगों द्वारा लिखे गए विचार शेयर कर रही हूं। इन सारे अनमोल विचारों में आप अपनी ममतामयी मां का स्वरूप देखेंगे।
# दवा गर काम ना आए,
तो नज़र भी उतारती है
यह मां है साहब,
हार कहाॅं मानती है....
गुलज़ार
# मैं हमेशा अपनी माॅं का,
मुझे एक मजबूत बुनियाद देने के लिए एहसानमंद रहूंगा।
शिव खेरा
# मैं जो कुछ भी हूं या होने की उम्मीद रखता हूं
इसका सारा श्रेय मेरी मां को जाता है।
अब्राहम लिंकन
# मातृत्व : सारा प्रेम वहीं से आरंभ और अंत होता है।
रॉबर्ट ब्राउनिंग
# यकीनन मेरी मां मेरी चट्टान है
एलिसिया कीज़
# मेरी मां मेरा ख्याल इस तरह से रखती थी कि मैं हमेशा आनंद में रहती थी।
मार्टिना हिंगिस
# अलग से बचा के सभी से छुपा के
रोटी के डिब्बे में माॅं आमरस रख देती थी
मैं ममता चख लेती थी
गुलज़ार
# भगवान हर जगह नहीं हो सकता है और इसलिए उसने मां की रचना की ।
रूडयार्ड किपलिंग
# मुझे एक ऐसी मां के साथ बड़े होने का मौका मिला जिसने मुझे खुद में यकीन करना सिखाया।
एंटोनियो विल्लारैगोसा
# मुझे पूरा भरोसा है कि अगर सारे देशों की माऍं मिल पातीं तो और युद्ध नहीं होते।
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