किसी भी देश का भविष्य उसके युवाओं पर ही निर्भर करता है। युवा दिवस मनाने के लिए सरकार ने स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को चुना और तब से हर साल 12 जनवरी के दिन को युवाओं के लिए समर्पित किया गया।
राष्ट्रीय युवा दिवस पर कविता
शीर्षक - युवा दिवस
दिवस युवा है या कि
युवा का दिवस मनाना है।
एक ही दिवस नहीं हुआ
यह तो केवल जताना हेै।
हेै नमन उस स्वामी को जो
नंद से आनंद विद्या से विवेक हुए
नाम बना था विश्व-जगत में
स्वामी विवेकानंद हुए।
लम्बी उम्र नहीं प्रभावी उम्र हो
जिसने यह उद्घोष किया
वेदों का ज्ञाता, संस्कृति का प्रणेता
विश्व धर्म सभा में भारत का अग्रणेता।
युवा का घुमाव वायु होता हेै
जिस ओर चले यह वेग से
परिवर्तन निश्नित उस ओर होता हेै।
इस युवा दिवस पर उम्र को नहीं
परिवर्तित हेै जो विचार उसे सलाम करते हैं।
पुनः विवेकानंद को प्रणाम करते हैं।।
स्वरचित- गोविन्द पाण्डेय, पिथौरागढ़,उत्तराखण्ड।
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