भीम राव अम्बेडकर

फूलो की कहानी प्रकृति ने लिखी |

हमारी कहानी हमारे कर्मो ने लिखी |


दलित नही किसी से कम 

ये कहानी बाबा साहब ने लिखी |


आज का दिन है बडा महान 

युगपुरुष का करें सम्मान 


बन सूर्य चमक गया भीम महान 

आओ उनकी बातों का रखे मान 


ममता, करुणा, समता को बना आधार

दलितों के जीवन में ले आए बहार


दीनों -शोषितों में डाले प्राण 

पूरे किए उनके अरमान 


अन्याय ,जात -पात से ले लिया लोहा 

हम सबके मन को मोह लिया


दलितों के सपनों को कर साकार 

नियम कानून द्वारा दिए नए विचार 


जात -पात और छुआछुत की समस्या पर कर वार

अनेक कष्टो को सहकर दिलवाया समानता का अधिकार |  


राष्ट्र निर्माण का किया कार्य 

कर हर चुनौती को स्वीकार्य 


वो इतिहास-पुरुष ,प्रकाश- पुंज, युग के प्रणेता 

हुआ नही कोई सुत विलक्षण उनके जैसा नेता 


एकता ,अखण्डता स्वदेश प्रेम का पाठ पढाया 

दलितों के दुख को छुमन्तर कर दूर भगाया 


वो युग नियन्ता , युग पुरुष भीम राव अम्बेडकर था 

जो सूने भारत में समानता का संगीत छेड गया था |


समाज से जो थे अलग 

उनका ही समाज बना गया 


नामुमकिन को मुमकिन कर

समानता का अधिकार दिला गया 

 

छुआ -छुत को दूर कर 

दलितो के लिए किया संघर्ष


राष्ट्र निर्माण के लिए कर कार्य, 

हर चुनौती को स्वीकार किया सहर्ष | 


शोषित हो या पिछडे किए सबके पूरे ख्वाब

इसीलिए हमारे बाबा साहब  बने महान   



सच्चाई का रास्ता कभी न छोडा

देश के लिए विलासिता को छोडा


इन्सा मे स्वाभिमान जगा गया  

हार न मान लडना सिखला गया |


देश हित के लिए संविधान बना गया 

निर्बलो शोषितों मे प्राण डाल गया |


किया ऐसा काम बन गया देश का संविधान 

कभी न भूलेगे बाबा साहब का अहसान 


आओ उनके दिखाए रास्ते पर चले 

संविधान की बातो पर अमल करें |


धन्यवाद

स्व रचित कविता 

मीनू सरदाना ( शिक्षिका )

गुरुग्राम ( हरियाणा )

 


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