नवरात्रे : साल में कितनी बार?
बहुत कम लोगों को पता होगा कि एक साल में चार नवरात्रि होती हैं । चैत्र, आषाढ़, अश्विन, माघ मास में प्रतिपदा से नवमी तक नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है। प्रत्येक नवरात्रि का अपना अलग-अलग महत्व होता है परंतु हम साल में मुख्य रूप से दो नवरात्रों को ही मनाते हैं।
चार प्रकार के नवरात्रे
पहले नवरात्रे - चैत्र मास में
दूसरे नवरात्रे - आषाढ़ मास में
तीसरे नवरात्रे - अश्वनी मास में
चौथे नवरात्रे - माघ मास में
चैत्र मास नवरात्रे
इन नवरात्रों को बासंती नवरात्रि भी कहते हैं। चैत्र नवरात्रि गर्मियों के मौसम की शुरुआत में आते हैं।
हिंदू धर्म में प्रचलित मान्यताओं के अनुसार चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन मां दुर्गा का जन्म हुआ था और मां दुर्गा के कहने पर ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण किया था इसलिए चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से हिंदू वर्ष आरंभ होता है ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु के साथ में अवतार भगवान राम का जन्म भी चैत्र नवरात्रि में ही हुआ था इसलिए धार्मिक दृष्टि से चैत्र नवरात्रों का महत्व है।
अश्वनी मास नवरात्रे
इन्हें शारदीय नवरात्रे भी कहा जाता है। शारदीय नवरात्र के समापन पर ही दशहरे का त्यौहार मनाया जाता है। अश्वनी मास नवरात्रि सर्दियों के मौसम की शुरुआत में आते हैं।
गुप्त नवरात्रि
आषाढ़ और माघ मास में आने वाले नवरात्रों को गुप्त नवरात्रों के नाम से जाना जाता है । इन 9 दिनों में मां दुर्गा की पूजा और साधना गुप्त रूप से की जाती है इसलिए इन्हें गुप्त नवरात्र कहा जाता है। गुप्त नवरात्रि विशेष तौर पर गुप्त सिद्धियां, तंत्र साधना आदि के लिए विशेष महत्व रखते हैं।
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