नए साल की कविताएँ - हरिवंश राय बच्चन ll New Year Poems By Harivansh Rai Bachchan



नमस्कार दोस्तों, 

नाम - हरिवंश राय बच्चन

जन्म - 27 नवंबर 1907

जन्म स्थान - इलाहाबाद, भारत

व्यवसाय - कवि, लेखक, प्राध्यापक

भाषा - अवधि, हिंदी

मृत्यु - 18 जनवरी 2003

हरिवंश राय बच्चन द्वारा रचित कविताओं  के माध्यम से आप सभी लोगों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।  

नव वर्ष

वर्ष नव, 

हर्ष नव, 

जीवन उत्कर्ष नव।

नव उमंग 

नव तरंग, 

जीवन का नव प्रसंग। 

नवल चाह, 

नवल राह, 

जीवन का नव प्रवाह। 

गीत नवल, 

प्रीत नवल, 

जीवन की रीति नवल, 

जीवन की नीति नवल, 

जीवन की जीत नवल!

साथी नया वर्ष आया है! 

साथी नया वर्ष आया है!

वर्ष पुराना ले अब जाता, कुछ प्रसन्न सा कुछ पछताता 

दे जी भर आशीष, बहुत ही इससे तूने दुख पाया है !

साथी नया वर्ष आया है! 

उठ इसका स्वागत करने को 

स्नेह बाहुओं में भरने को 

नए साल के लिए देख यह नई वेदनाएं लाया है

साथी नया वर्ष आया है !

उठ ओ पीड़ा के मतवाले 

ले ये तीक्ष्ण-तिक्त-कटु प्याले 

ऐसे ही प्यालों का गुण तो तूने जीवन भर गाया है

साथी नया वर्ष आया है!


फिर वर्ष नूतन आ गया !

फिर वर्ष नूतन आ गया! 

सूने तमोमय पंथ पर 

अभ्यस्त मैं अब तक विचर

 नव वर्ष में मैं खोज करने को चलूॅं क्यों पथ नया 

फिर वर्ष नूतन आ गया 

निश्चित अंधेरा तो हुआ 

सुख कम नहीं मुझ को हुआ 

दुविधा मिटी यह भी नियति की है नहीं कुछ कम दया 

फिर वर्ष नूतन आ गया!

दो-चार किरणें प्यार की 

मिलती रहे संसार की 

जिनके उजाले में लिखूं मैं जिंदगी का मर्सिया 

फिर वर्ष नूतन आ गया

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