पाठ - 9 बापू का पत्र
कठिन शब्द
1. प्रिटोरिया जेल
2. अधिकार
3.स्वस्थ
4. डिप्टी-गवर्नर
5. असंतोष
6. चरित्र-निर्माण
7. निश्चित
8. कर्तव्य
9. आनंद
10. सद्गुणोंं
11. प्रमाणित
12. प्रार्थना
13. सूर्योदय
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो।
मौखिक
क. गांधी जी को क्या मालूम है?
उत्तर - गांधी जी को मालूम है कि उनके बेटे के कुछ पत्र जेल में आए थे, जो उन्हें नहीं दिए गए थे।
ख. निश्चित आयु तक क्या शोभा देता है?
उत्तर - आमोद-प्रमोद निश्चित आयु तक ही शोभा देता है।
ग. क्या करना अधिक सुखद है?
उत्तर - दूसरों पर निर्भर रहने की बजाय अपना काम खुद करना अधिक सुखद है।
घ. अपने आचार विचार में किस की चेष्टा करनी चाहिए?
उत्तर - अपने आचार-विचार में सत्य और अहिंसा के प्रयोग की चेष्टा करनी चाहिए।
लिखित
कम शब्दों में
क. यह पत्र किसने, किसको, कहॉं से लिखा?
उत्तर यह पत्र गांधी जी ने अपने बेटे को प्रीटोरिया जेल से लिखा।
ख. गांधी जी को हर महीने कितने पत्र लिखने का अधिकार मिला?
उत्तर गांधी को हर महीने केवल एक पत्र लिखने का अधिकार मिला।
ग. बारह वर्ष की आयु के बाद बच्चों को किस का भान होना चाहिए?
उत्तर - बारह वर्ष की आयु के बाद बच्चों को जिम्मेदारी और कर्तव्य का भान होना चाहिए।
घ. जीवन में आगे चलकर क्या सहायक होता है?
उत्तर - नियमितता जीवन में आगे चलकर सहायक होती है।
ज़्यादा शब्दों में
क. सच्ची शिक्षा क्या है?
उत्तर - चरित्र निर्माण और कर्तव्य का बोध ही सच्ची शिक्षा है।
ख. गांधी जी ने कौन से काम खुद करने को कहा है?
उत्तर गांधी जी ने अपने सभी काम खुद करने के लिए कहा है। दूसरों पर निर्भर रहने की अपेक्षा मनुष्य को स्वाबलंबी बनना चाहिए ताकि वह स्वाभिमान से जी सके।
ग. गांधीजी के अनुसार कौन-सी बातें उनके बेटे के लिए उपयोगी और मूल्यवान प्रमाणित होंगी?
उत्तर - गांधीजी के अनुसार शांत मन से विचार पूर्वक सभी सद्गुणों को प्राप्त करने की चेष्टा की जाए तो यह उनके बेटे के लिए अधिक उपयोगी और मूल्यवान प्रमाणित होंगी।
घ. प्रार्थना के बारे में गांधीजी ने क्या बताया?
उत्तर प्रार्थना के बारे में गांधीजी ने बताया कि सूर्योदय से पहले उठकर नियमित रूप से प्रार्थना करना बहुत ही अच्छा है। यह भी प्रयास करना चाहिए कि प्रार्थना निश्चित समय पर ही की जाए।
पाठ - 10 प्रायश्चित
मौखिक
क. पंडित जी का क्या नाम था ?
उत्तर - पंडित जी का नाम पंडित परमसुख था ।
ख. पंडित जी ने बिल्ली की हत्या को कौन-सा पाप बताया ?
उत्तर - पंडित जी ने बिल्ली की हत्या को घोर कुंभीपाक नरक का पाप बताया ।
ग. पंडित जी के अकेले भोजन करने से कितने ब्राह्मणों को भोजन कराने का फल मिलेगा ?
उत्तर - पंडित जी के अकेले भोजन करने से पाँच ब्राह्मणों को भोजन कराने का फल मिलेगा ?
घ मामला कितने तोले की बिल्ली बनवाने पैर ठीक हुआ ?
उत्तर - मामला ग्यारह तोले की बिल्ली बनवाने पैर ठीक हुआ।
कम शब्दों में
क. रामू की बहू ने खीर कैसे बनाई?
उत्तर - रामू की बहू ने पिस्ता, बादाम, मखाने और तरह-तरह के मेवे दूध में औटाकर खीर बनाई और उस पर सोने का वर्क चिपका दिया।
ख. रामू की बहू ने कैसे बिल्ली का काम तमाम किया ?
उत्तर - रामू की बहू ने सारा बल लगाकर पाटा बिल्ली पर पटक दिया। पाटा लगते ही बिल्ली पलट गई और उसका काम तमाम हो गया।
ग. मिसरानी ने रसोई बनाने से इंकार क्यों कर दिया ?
उत्तर - मिसरानी ने रसोई बनाने से इसलिए इंकार कर दिया क्योंकि रामू की बहू पर बिल्ली की हत्या का पाप लग गया था।
घ अंत में महरी ने आकर क्या बताया ?
उत्तर - अंत में महरी ने आकर बताया कि बिल्ली तो उठकर भाग गई है।
ज़्यादा शब्दों में
पाठ 11 बुलंद भारत की नई तस्वीर
कठिन शब्द
1. बैडमिंटन
2. चैंपियन
3. अंतर्राष्ट्रीय
4. ओलंपिक
5. मार्गदर्शन
6. स्टेडियम
7. प्रतियोगिताऍं
8. बुद्धिमती
9. विशेषज्ञ
10. पर्वतारोही
मौखिक
कम शब्दों में
ज़्यादा शब्दों में
पाठ - 12 सपना
(घ) नए-नए सपने देखना अब्दुल कलाम ने सिखलाया।
ज़्यादा शब्दों में
(क) (1) व्यास मुनि ने संजय की दिव्य दृष्टि दी थी, जिसके माध्यम से वे राजमहल में बैठकर महाभारत
का युद्ध देख पाए थे। व्यास मुनि ने मानव को यह कल्पना दी और बेयर्ड ने उसे सच बना
दिया टी. वी. के आविष्कार द्वारा बटन दबाते ही दुनिया भर की सारी खबरें, घटनाएँ, खेल
आदि का सचित्र संसार घर के एक कमरे में बैठकर देख सकते हैं।
(ii) दीपावली की रात अत्यंत काली होती है, जिसे दीपों द्वारा प्रकाशमान किया जाता है। हम सबका
सपना था कि कोई ऐसा दीपक मिल जाए, जिससे सारी काली रातें जगमगा उठे। हम सबके इस
सपने को एडीसन ने बल्ब बनाकर सच कर दिया। अब हर रात को दीवाली जैसी जगमगाहट हर
जगह रहती है। कहीं भी अंधेरा नहीं रहता है।
(ख) हों रोग-शोक से मुफ्त सभी,
नए अंग मिले, नई काया हो।
वैज्ञानिक करते हैं प्रयास,
नवजीवन हो नई आशा हो।
(ग) वैज्ञानिक प्रयास करते हैं कि संसार में कोई भी रोगी न हो, दुखी न हो, सभी स्वस्थ रहे तथा हमारा
समाज प्रगति करे।
(घ) नित नए सपने देखना इसलिए जरूरी है, क्योंकि इनसे हमें नित नए कार्य करने की प्रेरणा मिलती है
जिनको करके हम प्रगति के पथ पर अग्रसर होते हैं।
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