2023 अमावस कब है

                                              2023 में अमावस कब है 


अमावस्या

अमावस्या

अमावस्या एक हिन्दी शब्द है जिसका अर्थ होता है "अंधकारया"नई चंद्रमा की अवस्था"


अमावस्या एक हिन्दी शब्द है 
अमावस्या के दिन कई धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन होते हैं
अमावस्या को हिन्दू कैलेंडर में हर माह की एक बार आती है
इसे अंधकार के दिन के रूप में माना जाता है
कई प्राकृतिक व वैज्ञानिक तथ्य 
अमावस्या को हिन्दू संस्कृति में एक महत्वपूर्ण तिथि के रूप में मान्यता दी जाती है
अमावस्या का अर्थ होता है "नई चंद्रमा की अवस्था
अमावस्या के दिन कई धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन होते हैं
अमावस्या का महत्व हिन्दू धर्म में गहरी रूप से स्थापित है
12 प्रमुख अमावस्या के नाम 

अमावस्या एक हिन्दी शब्द है जिसका अर्थ होता है "अंधकार" या "नई चंद्रमा की अवस्था"। यह तिथि हिन्दू पंचांग के अनुसार चंद्रमा के नए चंद्रमा अवस्था को दर्शाती है। इस दिन चंद्रमा पूर्णतः अदृश्य होता है और सूर्य की किरणों से इसे प्राप्त आकर्षण नहीं होता है, जिसके कारण यह दिन अंधकार का प्रतीक माना जाता है। इस दिन को हिन्दू धर्म में विभिन्न धार्मिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।

अमावस्या के दिन कई धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन होते हैं। यह दिन अनेक पूजा-पाठ, व्रत, तीर्थयात्रा, दान, पितृ श्राद्ध, मेधा यज्ञ आदि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। प्रत्येक क्षेत्र में अमावस्या को अपनी अपनी परंपराओं के अनुसार मनाया जाता है।

अमावस्या को हिन्दू कैलेंडर में हर माह की एक बार आती है। इसके साथ-साथ, कुछ विशेष अमावस्याओं का भी महत्व होता है, जैसे पितृ पक्ष, कार्तिक अमावस्या, माघी अमावस्या, महालया पक्ष, वैशाखी अमावस्या आदि।

अमावस्या का महत्व हिन्दू धर्म में गहरी रूप से स्थापित है। इसे अंधकार के दिन के रूप में माना जाता है, जब चंद्रमा पूर्णतः अदृश्य हो जाता है और विभिन्न कार्यों के लिए अनुकूल नहीं होता है। हिन्दू ज्योतिष में अमावस्या को बुरे प्रभावों का कारक माना जाता है, और इस दिन के प्रभावों से बचने के लिए अनेक उपाय और नियम बताए जाते हैं।

यहाँ तक कि कई प्राकृतिक व वैज्ञानिक तथ्य भी बताते हैं कि अमावस्या के दिन चंद्रमा और सूर्य की ग्रहण की वजह से पृथ्वी पर असामान्य संक्रमण और ऊर्जा के परिवर्तन के आधार पर इसके प्रभाव बढ़ जाते हैं।

समागम समय पर, अमावस्या को हिन्दू संस्कृति में एक महत्वपूर्ण तिथि के रूप में मान्यता दी जाती है। इसके द्वारा हम अपने पूर्वजों का आदर्श और धर्मिक अनुसरण करके अच्छे कर्मों की प्रोत्साहना करते हैं और जीवन में उच्चतम मार्ग की ओर प्रवृत्त होते हैं।


अमावस्या का अर्थ होता है "नई चंद्रमा की अवस्था" और इसे हिन्दी भाषा में "अंधकार" या "नई चंद्रमा की अवस्था" के रूप में जाना जाता है। यह तिथि हिन्दू पंचांग के अनुसार चंद्रमा के नए चंद्रमा अवस्था को दर्शाती है। इस दिन चंद्रमा पूर्णतः अदृश्य होता है और सूर्य की किरणों से इसे प्राप्त आकर्षण नहीं होता है, जिसके कारण यह दिन अंधकार का प्रतीक माना जाता है। इस दिन को हिन्दू धर्म में विभिन्न धार्मिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।

अमावस्या हिन्दू कैलेंडर में प्रतिमाह आने वाली एक विशेष तिथि होती है। यह मासिक अवसर चंद्रमा की नवीनतम अवस्था को दर्शाती है। यह तिथि विभिन्न नामों से जानी जाती है और प्रत्येक माह में अलग-अलग महत्व रखती है। यहां नीचे 12 प्रमुख अमावस्या के नाम दिए गए हैं:

 

चैत्र अमावस्या: यह अमावस्या चैत्र मास में होती है। इस दिन विभिन्न धार्मिक कार्य और व्रतों का महत्व होता है।

 

वैशाख अमावस्या: यह अमावस्या वैशाख मास में पड़ती है। इस दिन श्राद्ध और पूजा के आयोजन होते हैं और दान-धर्म की प्रथा बढ़ती है।

 

ज्येष्ठ अमावस्या: यह अमावस्या ज्येष्ठ मास में आती है। इस दिन गंगा स्नान, तीर्थयात्रा और मातृ श्राद्ध का आयोजन किया जाता है।

 

अमावस्या
 अमावस्या

आषाढ़ अमावस्या: यह अमावस्या आषाढ़ मास में आती है। इस दिन श्राद्ध के अलावा विभिन्न प्रकार के व्रत और पूजा-पाठ किए जाते हैं।

 

श्रावण अमावस्या: यह अमावस्या श्रावण मास में पड़ती है। इस दिन कांवड़ यात्रा और रुद्राभिषेक जैसे धार्मिक कार्य होते हैं।

 

भाद्रपद अमावस्या: यह अमावस्या भाद्रपद मास में आती है। इस दिन पितृ पक्ष की प्रारंभिक तिथि होती है और पितृ श्राद्ध किए जाते हैं।

 

आश्विन अमावस्या: यह अमावस्या आश्विन मास में आती है। इस दिन श्राद्ध के अलावा देवी पूजा, महाकाली पूजा, और नवरात्रि की प्रारंभिक तिथि होती है।

 

कार्तिक अमावस्या: यह अमावस्या कार्तिक मास में होती है। इस दिन दीपावली मनाई जाती है और विभिन्न पूजा-पाठ और दान-धर्म किए जाते हैं।

 

मार्गशीर्ष अमावस्या: यह अमावस्या मार्गशीर्ष मास में होती है। इस दिन तुलसी विवाह और गोवत्स द्वादशी जैसे कार्य होते हैं।

 

अमावस्या
अमावस्या

पौष अमावस्या: यह अमावस्या पौष मास में आती है। इस दिन मकर संक्रांति पर्व आरम्भ होता है और विभिन्न श्राद्ध एवं पूजा के आयोजन किए जाते हैं।

 

माघ अमावस्या: यह अमावस्या माघ मास में पड़ती है। इस दिन माघ स्नान और माघ मेला का आयोजन किया जाता है।

 

फाल्गुन अमावस्या: यह अमावस्या फाल्गुन मास में होती है। इस दिन होली का त्योहार मनाया जाता है और विभिन्न पूजा-पाठ आदि किए जाते हैं।

 

ये 12 अमावस्या वर्ष के प्रमुख महीनों में होती हैं और हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण तिथियों के रूप में मान्यता प्राप्त हैं। इन अमावस्या दिनों पर विभिन्न धार्मिक कार्यों, पूजा-पाठ, व्रतों और दान-धर्म का आयोजन किया जाता है।



साल 2023 की अमावस की तिथि ओर मास

अमावस्या तिथि शुरू - 21 जनवरी 2023, 06.17 AM


अमावस्या तिथि समाप्त - 22 जनवरी 2023, 02. 22 AM


फाल्गुन माह - 19, 21 फरवरी 2023


अमावस्या तिथि शुरू - 19 फरवरी 2023, 04.18 PM


अमावस्या तिथि समाप्त - 20 फरवरी 2023, 12.35 PM


चैत्र अमावस्या - 21 मार्च 2023

अमावस्या
अमावस्या 


अमावस्या तिथि शुरू - 21 मार्च 2023, 01.47 AM


अमावस्या तिथि समाप्त - 21 मार्च 2023, 10.52 PM


वैशाख अमावस्या - 19, 20 अप्रैल 2023


अमावस्या तिथि शुरू - 19 अप्रैल 2023, 11.23 AM


अमावस्या तिथि समाप्त - 20 अप्रैल 2023, 09.41 AM


ज्येष्ठ अमावस्या - 19 मई 2023


अमावस्या तिथि शुरू - 18 मई 2023, 09.42 PM


अमावस्या तिथि समाप्त - 19 मई 2023, 09.22 PM


आषाढ़ अमावस्या - 17, 18 जून 2023


अमावस्या तिथि शुरू - 17 जून 2023, 09.11 AM


अमावस्या तिथि समाप्त - 18 जून 2023, 10.06 AM


सावन अमावस्या - 17 जुलाई 2023


अमावस्या तिथि शुरू - 16 जुलाई 2023, 10.08 PM

अमावस्या
अमावस्या 


अमावस्या तिथि समाप्त - 18 जुलाई 2023, 12.01 AM


अधिक मास अमावस्या - 15, 16 अगस्त 2023


अमावस्या तिथि शुरू - 15 अगस्त 2023, 12.42 PM


अमावस्या तिथि समाप्त - 16 अगस्त 2023, 03.07 PM


भाद्रपद अमावस्या - 14 सितंबर 2023


अमावस्या तिथि शुरू - 14 सितंबर 2023, 04.48 AM


अमावस्या तिथि समाप्त - 15 सितंबर 2023, 07.09 AM


अश्विन अमावस्या - 14 अक्टूबर 2023


अमावस्या तिथि शुरू - 13 अक्टूबर 2023, 09.50 PM


अमावस्या तिथि समाप्त - 14 अक्टूबर 2023, 11.24 PM


कार्तिक अमावस्या - 13 नवंबर 2023


अमावस्या तिथि शुरू - 12 नवंबर 2023, 02.44 PM


अमावस्या तिथि समाप्त - 13 नवंबर 2023, 02.56 PM


मार्गशीर्ष अमावस्या - 12 दिसंबर 2023


अमावस्या तिथि शुरू - 12 दिसंबर 2023, 06.24 AM


अमावस्या तिथि समाप्त - 3 दिसंबर 2023, 05.01 AM


अमावस्या
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